जिस कॉम का टूटा फूटा इतिहास होता है वो कॉम खत्म हो जाती है

: ✍✍सूचना✍✍
अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति की ओर से विराट महासम्मेलन की की तैयारी
 जिसका कुछ उद्देश्य ____

''जिस कॉम का  टूटा फूटा इतिहास होता है वो कॉम खत्म हो जाती है ""
!!जिस कॉम का कोई प्रदेश लेवल या नेशनल लेवल पर लीडर नही होता है उस कॉम की कोई सुनवाई नही होती!!
##जिस कॉम को अपनी ताकत का अंदाज़ा नही होता है, वो कॉम खतरे में होती है
🙏🙏🙏🙏
।साहब कब अपनी ताकत को पहचानोगे?
कब तक ये  दूसरी कॉम के लोगो से सुनते रहोंगे की मोयला कॉम के लोग तो मेरे कब्जे मे? कब तक? कब तक?
मेरे अखिल भारतीय मोयला समाज से जुड़े लगभग 5000साथियों
और लगभग 800गाँवो से जुड़े मेरे गिनायतो
देश का हर दिंन वातावरण बदल रहा हैं
!!हिंदुस्तान मे मोयला कॉम के कहलाने वालो!!
!!न सम्भलोंगे तो मिट जाओंगे!!
!!न समझोंगे तो मिट जाओंगे!!
!!आपकी बर्बादियों के चर्चे है आसमानों मे!!
!!तुम्हारी दास्तां तक नही मिलेगी दास्तानों मे!!
दोस्तो
मेरे पिताजी  कहते थे की मोयला कॉम के लोगो को समझाना और ऊंट को रेल मे चढ़ाना बहुत मुश्किल काम है,
हम लोग किसी की भी  नहीं सुनते और बाहर के लोग हमारे  समाज के लोगो को बहका जाते है।
दोस्तो जिस  तरह हमारे पूर्वजो ने  हड्डियो का वध फैलाकर हमारी कौम  के ठोम  ठाकुर के  नाम को और इज़्ज़त को बरकरार रखा है हमे उसमे कमी नही आने देनी है।
दोस्तो आप अगर वास्तव मे सच्चे दिल से समाज सेवा करना चाहते हो, आप चाहते हो की 36 कोम मे हमारे कॉम का नाम ऊपर रहे तो आपको इस विशाल सम्मेलन मे पूरे अपने गाँव से, और प्रत्येक घर से एक या दो आदमी को आना होगा

 मेरे भाइयो में वादे के साथ कहता हु  मोयला कोम के भाई को मोयला कौम  का भाई ही हरा सकता दूसरे किसी मे भी ताकत नही है की हमे हरा सके या मार सके।


मेरे अज़ीज़ साथियो हमारे कॉम के  पिछले 60 सालो से   वोटो का दुरूपयोग हुआ है। अब वक़्त आ गया है, अपनी ताकत को पहचानो
समाज आपसे सवाल पूछ रही है, और रात मे छाती पर हाथ रखकर सोचना की  पिछले 60 सालो मे हमारी कॉम को  क्या मिला?

अखिल भारतीय मोयला समाज से जुड़े जवलनशील मुद्दे
 हैं कोई भाई है जो इन सवालो के जवाब दे सकते है ----
1✍मदरसा बोर्ड मे आज दिंन तक कितने मोयला समाज के लोगो का चयन हुआ? चाहे वो किसी भी स्तर की कमेटी हो या चाहे वो किसी भी जिले से हो?
अगर हा तो नाम बताए और
अगर नही तो क्यो नही?

2✍अलपसंख्यक आयोग की जिला स्तर या परदेश स्तर पर गठित कमेटी मे मोयला समाज की कितनी भागीदारी रही कोई भाई बता सकता है ?
अगर हा तो बताए और अगर नही तो फिर क्यो नही? चाहे वो किसी भी जिले से हो लेकिन कॉम का हो

3✍वक्फ बोर्ड मे जिला स्तर,परदेश स्तर पर आज दिन तक हमारे मोयला कॉम  से कितने सदस्यों की भागीदारी रही ?
अगर हा तो नाम बताए और अगर नही तो फिर क्यो नही?

4✍प्रत्येक जिला स्तर पर (जालोर, सिरोही, बारमेर ,पाली जोधपुर ,अजमेर, बनासकाटा मे हमारे मोयला जाति के कितने छात्रावास का निर्मांण हुआ?
प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर कितने हॉस्टल है?
नही है तो
 क्यो नही?
जबकि दूसरी कॉम के सभी के है।
हमारा उदेश्य---
  प्रत्येक ब्लॉक   स्तर और जिला स्तर पर छात्रावास का  निर्मांण करवाना

5✍किसी भी राजनेतिक संगठन मे चाहे वो जिला स्तर पर हो, परदेश स्तर पर हो या राष्ट्र स्तर पर हो मोयला समाज की भूमिका क्यो नही?
पिछले 60 सालों का ब्योरा  पूछ रहा हू।
उद्देश्य 🙏🙏
समाज की प्रत्येक राजनेतिक दल मे  भूमिका को सुनिशित करना

6✍15 सूत्री  कार्यक्रम  मे और सरकारी योज़नाओ मे समाज की अभी तक बहुत कम या नही के बराबर भागीदारी क्यो ?
उद्देश्य ---सभी सरकारी योजनाओं में समाज की
 भूमिका सुनिशित करना

7✍अन्य पिछड़ा आयोग मे (राज्य स्तर) पर मोयला नाम क्रम संख्या 41 के आगे कुम्हार मुसलमान (कुम्हार मुसलमान जुड़वाना

वज़ह?
 नहीड पट्टी मे और बाड़मेर जिले के लगभग 113गावो में मोयला समाज के भाइयो को  इस नाम से जाना जाता है

,मुसला और सुमरा नाम को जुड़वाना
वज़ह?
मोयला समाज को
 पालनपुरी पट्टी मे लगभग पूरा बनासकांठा जिला में मोयला समाज के लोगों को  इस नाम से जाना जाता है।

 कुम्हार मुसलमान,
 सुमरा,
मुसला
 नाम को मोयला नाम  जो की क्रमाक   41  के आगे   जुड़वाना।

8✍केंद्र की obc आयोग मे मोयला, मुसला, कुम्हार मुस्लामं ,सुमरा नाम को जुड़वाना।
क्योकि केंद्र में अपनी कॉम  ओबीसी में नही है ।
 ✍9राजस्थान और गुजरात मे मोयला समाज के लगभग 1000गाँव है, जिसमे समाज के बहुत सारे ऐसे परिवार है, जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे है लेकिन उनका BPL कार्ड मे नाम नहीं हैं ऐसे गरीब परिवार का नाम BPL मे जुड़वाना

10✍कब्रिस्तान
👉बहुत सारे समाज के ऐसे गाँव है, जहा पर कब्रिस्तान नही है, ऐसे गाँवो मे कब्रिस्तान के लिए भूमि आवंटन करवाना,--
इसकी वज़ह?
पुराने समय मे गावो में  हमारे कॉम के एक- दो ही  घर होते थे. जिसके कारण दो चार गावो की एक ही जगह कब्रस्तान होती थी , लेकिन धीरे धीरे जनसंख्या बढ़ी परिवार की संख्या बढ़ी,
तो हमे प्रत्येक गाँव मे कब्रस्तान की जरूरत पड़ी लेकिन अब जिस गाँव मे रहते है और उस गाँव मे दफ़नाने की कोशिस करते है तो गाँव के लोग मना करते है ।
वज़ह?
 तुम पहले फ़ला गाँव मे दफ़नाने के लिए जाते थे अब क्यो नही
देश का कानून ---
देश का संविधान कहता है कि प्रत्येक भाई को दफनाने की जगह मिलनी चाहिए अगर समसान या कब्रस्तान नही है तो राज्य सरकार उस गाँव मे तुरंत जगह उपलब्ध करवाए।

👉बहुत सारे ऐसे गाँव है जहा पर कब्रिस्तान है लेकिन राजस्व रेकॉर्ड मे नहीं है,
हमारा उद्देश्य --प्रत्येक गांव की कब्रस्तान को
 राजस्व रेकॉर्ड मे दर्ज करवाना

👉कहीं गांव ऐसे है जहा पर कब्रिस्तान है, राजस्व रेकॉर्ड मे भी है, लेकिन किसी और के द्वारा अतिक्रमण   कर रखा है
हमारा उद्देश्य  ---
अतिक्रमण को हटवाना और चार दिवारी का निर्मांण सरकारी योज़नाओ के तहद करवाना

👉किसी भी फंड चाहे वो विधायक कोटे से हो या जिला परिषद कोटे से प्रत्येक गांव में
कब्रिस्तान मे पानी का टैंक करवाना और  सभाभवन करवाना

11✍प्रत्येक पंचायत समिति...
** जालोर  जिले मे कुल  पंचयात समिति   से __
**बारमेर जिले  मे कुल पंचायत समिति _से _
**पाली जिले से कुल पंचायत समिति से  से  __
जोधपुर जिले मे कुल पंचायत समिति __
**बनासकाटा जिले मे कुल पंचायत समिति __से
**सिरोही जिले मे कुल पंचायत समिति _से _
**अजमेर जिले से कुल पंचायत समिति __से
 कितने समाज के भाइयो को टिकट मिला?
अगर नही तो क्यो नही?
हमारा उद्देश्य
*✍हर  पंचायत समिति से कम से कम एक समाज के भाई को टिकट दिलवाना,

12✍प्रत्येक जिले से चाहे वो( जालोर, सिरोही, बारमेर, पाली, जोधपुर, अजमेर, बनासकाटा,) से समाज के कितने लोगो को जिला परिषद का टिकट पिछले 60 सालो मे मिला कोई बता सकता है?
अगर नही तो क्यो नही?
हमारा मक़सद---
👉प्रत्येक जिले से कम से कम दो जिला परिषद का टिकट दिलवाना

13✍पूरे राज्य से कम से कम दो प्रधान का टिकट मिलना चाहिए( जनसंख्या के अनुपात के आधार पर)

14✍प्रत्येक नगरपालिका से कम से कम एक टिकट हमारे मोयला कोंम  को चाहिए
15✍

16✍
इसके अलावा आपके गाँव से जुड़ी समस्या हो तो जरूर बताये ताकि उस पॉइंट को भी जोड सके

आपका अपना 🙏🙏🙏🙏🙏
 अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति

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About: अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट

समाजसेवियो की कलम से:- शुक्रिया मोयला समाज।। ट्रस्ट ने रचा इतिहास।।