खुद़ा की नज़र मे अच्छा इन्सान वो है जो खुद के साथ-साथ समाज के परेशान हाल और बीमार लोगों की मदद करें।

अस्लामोअलेयकुम,
   ABMSSS ट्रस्ट लगातार प्रगति की और अग्रसर ...
  🙏मेरी सोच🙏
   इंसान जीता है,पैसा कमाता है,खाना खाता है और अंत में मर भी जाता है !
  जीता इसलिए है ताकि कमा सके,कमाता इसलिए है ताकि खा सके और खाता इसलिए है कि जिन्दा रह सके! लेकिन फिर भी मर जाता है,अगर सिर्फ मरने के डर से ही खाता है तो जन्म लेना ही बेकार है,और सही में अगर मरने के डर से ही खाता है तो अभी समय रहते मरना अच्छा है,मामला भी खत्म और मेहनत भी बच जाएगी।
  बेशक,मरना तो एक दिन सबको है(कुल्लू नफ्सिऩ  जाय़कतुल़ मौत)क़ोई भी दिन अपनी जिंदगी का आखरी दिन हो सकता है तो क्यों न समाज के लिए भी जिया जाए इसलिए एक उद्देश्य बनाये किसी भी तरह की मजबुरी,परेशान हाल और गुलामी की जंजीरों मे जकड़े समाज को आजाद कराये!
   अपना और अपने बच्चों का पेट तो एक पक्षी और जानवर भी भर लेता है तो अपनेपन से ऊपर उठकर जियो।

  खुद़ा की नज़र मे अच्छा इन्सान वो है जो खुद के साथ-साथ समाज के परेशान हाल और बीमार लोगों की मदद करें।तो अभी भी समय रहते संभल जाए और समाज हितैषी कार्य भी करे।हम समाजसेवा अपनी पोजिटिव सोच  के साथ-साथ अपनी सहूलियत अनुसार आर्थिक सहयोग,इमदाद  और जक़ात देकर भी कर सकते है। 
  अकेले न सही हम अपना योगदान हमारे आपके अपने "अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट से जुड़कर भी दे सकते है जिसका वार्षिक सदस्यता शुल्क 1200/- अक्षरे बारह सौ रुपये है जो ट्रस्ट के खाते में जमा करवा कर रसीद प्राप्त कर सकते हैं। शुक्रिया .. 
  लिखने में ग़लती हो तो माफ़ी चाहूँगा ...
  विशेष कर किसी भाई,गनायत समाजबन्धु को गलत लगें तो क्षमा प्रार्थी !
  बारगाहे इलाही में दुआ है कि तमाम बिरादराने मोयला समाज को नेक राह पर चलने की तौफ़ीक़ अता फरमाए ...।
नजीर खान की कलम से
मिनजानिब अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट (रजि.)
Blog edit by Naseer khan j
Minjanib The all india "moyla" Society service trust (reg.) Abmsss

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