आप समाज मे जो घनघोर अंधेरा हैं उसमे उजियारा फैला दो , यानी हमारी कौम क़ो तालीम की डोर से जोड़ दो साहब ।

असलावालेइकूम ग्रूप से जुड़े मेरे भाइयों , साथियो ।
साहब समय मिले तो मेरे इस मेसेज क़ो पढ़ें ।
✍✍✍ अखिल भारतीय़ मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट और सभी ग्रूप admino की जानिब से ।
ऐ !मेरे समाज के लोगो
तू कलबे तिरगी से नूर पैदा कर दे ,
तेरी पिनहा कूव्व्तो से आज तू दुनियां क़ो दंग कर दे ......
तू मिटा दे इमतिआजे आपसी बेर विरोध .....
तू साबित कर दे हाबीए नौअए बशर ,
मर्द यूं ही मोहरे लगाते हैं जबींने वक़्त पर ....
करवटें दुनियां की तेरा कैसर ढा सकती नही ,
आंधियां तेरे चिरागों क़ो बुझा सकती नही ...
अर्थात-- ऐ !
मेरे मोयला समाज के 2500भाइयों !
आप समाज मे जो  घनघोर अंधेरा हैं उसमे उजियारा फैला दो , यानी हमारी कौम क़ो तालीम की डोर से जोड़ दो साहब ।
मेरे समाज के भाइयों आपमे छुपी हुई बेशुमार शक्तियां हैं , उस शक्तियो का प्रॉपर उपयोग करके इस जमाने क़ो असम्भित कर दो ।
ऐ ! मेरे मोयला समाज के भाइयों
मिटा दो आपसी बेर विरोध और एक हो जाओ समाज के लिये , अपने लिये नही सही अपनी औलाद की खातिर एक हो जाओ । ।
ऐ ! इंसानी किश्ती के खेवेईया ,
आप अपनी ताकत का सही इस्तेमाल करके शूरवीर की तरह साबित कर दो , की शूरवीर कैसे जमाने के चेहरे पर छाप छोड़ जाते हैं ।
ये मेरे कौम के अज़ीज़ साथियो !
इस जमाने की कोई भी करवट तेरे किले क़ो नही ढहा सकती हैं , और ना ही तूफ़ान या आंधियां तेरे चिराग़ क़ो बुझा सकती हैं ।

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