अपने मन में डूब कर पा जा सिराग..ए जिंदगी तू अगर मेरा नहीं बनता, ना बन ,अपना तो बन ,अपने आप को पहचानो। ओंह मेरे कोंम के भाइयो।
ओ मेरे कौम के लोगो ,साथियों और भाइयो!
समाज के ग्रामीण में रहने वाले युवाओं में इस प्लेटफार्म के द्वारा अपील करता हूं की तेज गति से बढ़ती हुई दूसरी समाज की नब्ज़ को पहचानो समय की रफ्तार में रहने के लिए उसके अनुकूल शिक्षा ले,मेहनत करें ,रात दिन एक करें व्यापार के गुर सीखे ,और सफलता के लिए मेहनत करें।
गांवों में पिछले 20 सालों में हमारे आंखों के सामने बहुत सारे शहर जैसे बागोड़ा, भीनमाल ,सायला , जालौर, रानीवाड़ा, जसवंतपुरा ,रामसीन ,रेवदर पिंडवाड़ा, सरूपगंज ,बालोतरा, सिणधरी ,धोरीमना, गुडामालानी फालना ,और बहुत सारे शहरों में नया बाजार खड़ा हो गया है। हर दुकान सज गई है लेकिन हम देखते रह गए बड़े शर्म की बात है की हम ना नौकरियां में है और ना ही व्यापार में।
हमें लाठी पकड़ना कुल्हाड़ी पकड़ना एक दूसरे की गिब्बत करना तो आता है लेकिन किसी को कलम पकड़ना नहीं सिखाया जाता है हमें हमारे कुछ रहनुमा द्वारा पैसे धन दौलत माया से नफरत करने तो जरूर सिखाता है लेकिन अमीर होने के लिए क्या करना कुछ भी रास्ता नहीं दिखाया जाता है ।
मैंने कल अमेरिका की लेडी फिनो की एक किताब पढ़ रहा था उसमे लिखा है अगर आप दुनिया से, इस जमाने से मुकाबला करना चाहते हो तो खिलाफते ए उस्मानिया का मुताला करना चाहिये, यह वह दौर था और वो कोंम थी जब दुनिया को घुड़सवारी के तरीके नहीं आते थे तो उनको घुड़सवारी के तरीके सिखाए जाते थे जब दुनिया मेडिकल इंस्ट्रूमेंट जानती तक नहीं थी तो उनके द्वारा
इंस्ट्रूमेंट बनाए जाते थे।
अल्लामा इकबाल लिखते हैं___
अपने मन में डूब कर पा जा सिराग..ए जिंदगी
तू अगर मेरा नहीं बनता, ना बन ,अपना तो बन ,अपने आप को पहचानो। ओंह मेरे कोंम के भाइयो।
✍मोयला कॉम से 100अरबपति तैयार करने होंगे----
मेरे कॉम के भाइयों हमें अपनी समाज से कम से कम 100 अरबपति तैयार करने होंगे, क्योंकि अगर हमको इस दुनिया से मुकाबला करना है तो सरकारी सेवा में ,राज सत्ता में अधिकार ,के साथ साथ निजी पुँजी के माध्यम से बन रही राष्ट्रीय संपत्ति में भी अपनी भागीदारी होनी चाहिए।
याद रहे आज के दौर में राजनीतिक पार्टियां भी उसी को टिकट देती है ,जो कॉम आर्थिक रूप से संपन्न है ।
हमारे कॉम से हजारों करोड़पति व अरबपति तैयार करने होंगे ,अब हमें अपने गाँव से लेकर शहर तक व्यापार की समझ विकसित करनी होगी। अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति इस प्लेटफार्म के माध्यम से बेरोजगार युवाओं से कहना चाहता है कि आप बिजनेस की और बढ़ो, बिना मकसद के अपनी जिंदगी बर्बाद ना करो।
👉 एक दूसरे भाई की मदद करो_____
अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति आपसे समाज के व्यापारियों से, भामाशाहो से अपील करता है ,की जो भाई बिजनेस में, नौकरियों में काफी आगे बढ़ चुके हैं, उनका फर्ज है कि वे बाकी मोयला समाज के भाइयों का मार्गदर्शन करें और उनकी मदद करे।
जिस तरह दूसरी कौम के लोग एक दूसरे भाई की मदद करते हैं हमें भी अपना दायित्व निभाना होगा।
👏👏👏👏👏👏
अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट की जानिब से
समाज के ग्रामीण में रहने वाले युवाओं में इस प्लेटफार्म के द्वारा अपील करता हूं की तेज गति से बढ़ती हुई दूसरी समाज की नब्ज़ को पहचानो समय की रफ्तार में रहने के लिए उसके अनुकूल शिक्षा ले,मेहनत करें ,रात दिन एक करें व्यापार के गुर सीखे ,और सफलता के लिए मेहनत करें।
गांवों में पिछले 20 सालों में हमारे आंखों के सामने बहुत सारे शहर जैसे बागोड़ा, भीनमाल ,सायला , जालौर, रानीवाड़ा, जसवंतपुरा ,रामसीन ,रेवदर पिंडवाड़ा, सरूपगंज ,बालोतरा, सिणधरी ,धोरीमना, गुडामालानी फालना ,और बहुत सारे शहरों में नया बाजार खड़ा हो गया है। हर दुकान सज गई है लेकिन हम देखते रह गए बड़े शर्म की बात है की हम ना नौकरियां में है और ना ही व्यापार में।
हमें लाठी पकड़ना कुल्हाड़ी पकड़ना एक दूसरे की गिब्बत करना तो आता है लेकिन किसी को कलम पकड़ना नहीं सिखाया जाता है हमें हमारे कुछ रहनुमा द्वारा पैसे धन दौलत माया से नफरत करने तो जरूर सिखाता है लेकिन अमीर होने के लिए क्या करना कुछ भी रास्ता नहीं दिखाया जाता है ।
मैंने कल अमेरिका की लेडी फिनो की एक किताब पढ़ रहा था उसमे लिखा है अगर आप दुनिया से, इस जमाने से मुकाबला करना चाहते हो तो खिलाफते ए उस्मानिया का मुताला करना चाहिये, यह वह दौर था और वो कोंम थी जब दुनिया को घुड़सवारी के तरीके नहीं आते थे तो उनको घुड़सवारी के तरीके सिखाए जाते थे जब दुनिया मेडिकल इंस्ट्रूमेंट जानती तक नहीं थी तो उनके द्वारा
इंस्ट्रूमेंट बनाए जाते थे।
अल्लामा इकबाल लिखते हैं___
अपने मन में डूब कर पा जा सिराग..ए जिंदगी
तू अगर मेरा नहीं बनता, ना बन ,अपना तो बन ,अपने आप को पहचानो। ओंह मेरे कोंम के भाइयो।
✍मोयला कॉम से 100अरबपति तैयार करने होंगे----
मेरे कॉम के भाइयों हमें अपनी समाज से कम से कम 100 अरबपति तैयार करने होंगे, क्योंकि अगर हमको इस दुनिया से मुकाबला करना है तो सरकारी सेवा में ,राज सत्ता में अधिकार ,के साथ साथ निजी पुँजी के माध्यम से बन रही राष्ट्रीय संपत्ति में भी अपनी भागीदारी होनी चाहिए।
याद रहे आज के दौर में राजनीतिक पार्टियां भी उसी को टिकट देती है ,जो कॉम आर्थिक रूप से संपन्न है ।
हमारे कॉम से हजारों करोड़पति व अरबपति तैयार करने होंगे ,अब हमें अपने गाँव से लेकर शहर तक व्यापार की समझ विकसित करनी होगी। अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति इस प्लेटफार्म के माध्यम से बेरोजगार युवाओं से कहना चाहता है कि आप बिजनेस की और बढ़ो, बिना मकसद के अपनी जिंदगी बर्बाद ना करो।
👉 एक दूसरे भाई की मदद करो_____
अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति आपसे समाज के व्यापारियों से, भामाशाहो से अपील करता है ,की जो भाई बिजनेस में, नौकरियों में काफी आगे बढ़ चुके हैं, उनका फर्ज है कि वे बाकी मोयला समाज के भाइयों का मार्गदर्शन करें और उनकी मदद करे।
जिस तरह दूसरी कौम के लोग एक दूसरे भाई की मदद करते हैं हमें भी अपना दायित्व निभाना होगा।
👏👏👏👏👏👏
अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट की जानिब से
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