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जुलाई, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कद्र"* करनी है तो *"जीते जी"* करें *"मरने"* के बाद तो *"पराए"* भी रो देते हैं

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मानव जीवन का उद्देश्य है कि अपने मन, वचन और काया से औरों की मदद करना। हमेशा यह देखा गया है कि जो लोग दूसरों की मदद करते हैं, उन्हें कम तनाव रहता है,  मानसिक शांति और आनंद का अनुभव होता है। वे अपनी आत्मा से ज़्यादा जुड़े हुए महसूस करते हैं, और उनका जीवन संतोषपूर्ण होता है। जबकि स्पर्धा से खुद को और दूसरों को तनाव रहता है। इसके पीछे गुह्य विज्ञान यह है कि जब कोई अपना मन, वचन और काया को दूसरों की सेवा के लिए उपयोग करता है, तब उसे सबकुछ मिल जाता है। उसे सांसारिक सुख-सुविधा की कमी कभी नहीं होती। धर्म की शुरूआत ओब्लाइजिंग नेचर से होती है। जब आप दूसरों के लिए कुछ करते हैं, उसी पल खुशी की शुरुआत हो जाती हैं। मानव जीवन का उद्देश्य जन्मों-जन्म के कर्म बंधन को तोड़ना और संपूर्ण मुक्ति को प्राप्त करना है। इसका उद्देश्य केवळज्ञान प्राप्त करने के लिए पहले आत्मज्ञान की प्राप्ति करना आवश्यक है। और यदि किसीको आत्मज्ञान प्राप्त करने का अवसर नहीं मिलता तो उसे परोपकार में जीवन व्यतीत करना चाहिए। Nice line     *"कद्र"* करनी है तो *"जीते जी"* करें *"मरने"* के...

मोयला समाज की नई पहल,जरूरतमन्दों के लिए शुरू की पेंशन योजना

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*समाज बना सहारा,ट्रस्ट की ओर से पेंशन शूरु* *भीनमाल-निकटवर्ती गांव तवाव में अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट (रजि.) की ओर से एक विशेष आवश्यक्ता वाले  परिवार में  मुमो बानो व फकीर खान (माँ-बेटे) दोनों को हर महीने 1000-1000 यानी दो हजार दिये जायेंगे जो । समाज के ट्रस्ट से सीधे जरूरतमंद के खाते में जमा होंगे ।आज पेशन की पहली किश्त का चेक वितरित किया।इस अवसर पर नसीर खाजी मुंगड़ा,  तालिब खान* *खेतलावास(दिल्ली),हमीर खांजी(ग्राम विकास अधिकारी),शकूर खांजी (हाल दिल्ली),सदीक खान,मोहम्मद हनीफ़ तवाव,अपसार खान,दीने खान भी उपस्थित थे।* ‬: *मोयला समाज की नई पहल,जरूरतमन्दों के लिए शुरू की पेंशन योजना* *रामसीन-निकटवर्ती गांव मांडोली में अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट (रजि.) की ओर से एक विशेष आवश्यक्ता वाले  परिवार में  बरकत खान व सुगरा बानू(पति-पत्नी) दोनों को हर महीने 1000-1000 यानी दो हजार दिये जायेंगे जो समाज के ट्रस्ट से सीधे जरूरतमंद के खाते में जमा होंगे ।आज पेशन की पहली किश्त का चेक वितरित किया।इस अवसर पर नसीर खाजी मुंगड़ा,  तालिब खान* *खेतलावा...

एक बनें,नेक बनें,abmsss के सदस्य बनें। "मेरा समाज,मेरा गौरव" के तहत समाज के प्रत्येक व्यक्ति के दु:ख में भागीदार बनें। "मोयला" समाज के प्रत्येक व्यक्ति काे बुलन्दियों छुनें में अपना अमुल्य सहयोग प्रदान करें। "जकात" abmsss में देवें। जिससे अपनों का भला हो सकें।

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*भारत में तेजी से आर्थिक और राजनीतिक बदलाव हो रहे हैं। जब आर्थिक और राजनीतिक बदलाव होते हैं तो उसका सीधा असर समाज पर पड़ता है और ऐसे में सामाजिक संरचनाएं टूटती हैं। संरचनाओं के टूटने का असर लोगों की मानसिकता पर गहरा पड़ता है। तय है इससे हर उम्र और हर तबके के लोगों पर प्रभाव पड़ता है। लेकिन क्या जो सामाजिक बदलाव हो रहा, वो सही है? जिन हालात में हम रह रहे हैं क्या उससे हम संतुष्ट हैं? क्या समाज के हर तबके तक वो सारी चीज़े पहुंच रही हैं जिसकी उन्हें उम्मीद है? इन सारे सवालों से जूझना ज़रूरी है और गंभीरता से सोचना ज़रूरी  है।   *abmss*ने अपनी ‘गूंज’ उन लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जो समाज को लेकर चिंतत हैं, समाज की बेहतरी के लिए प्रयासरत हैं, जो समाज में कुछ अच्छा कर रहे, सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए निवेश करने की तैयारी कर रहे हैं। *abmss* का मानना है कि “समाज के बदलने से पहले खुद को बदलना ज़रूरी है, दुनिया को बदलने से पहले खुद को ठीक करना ज़रूरी है। यह बिलकुल ऐसा ही है कि हमें जब ट्रैफिक पुलिस वाला पकड़ता है और चालान करने करने लगता है तो हम सौ रुपए देकर अपनी जान छुड़ाते ह...

अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट की नई पहल समाज के जरूरतमंदों के लिये पेंशन शुरू

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‬: अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट की नई पहल सोशियल मिडिया के जरीये लगातार दो साल से मदद  करने का बीडा मोयला समाज ने उठाया है। अखिल भारतीय  मोयला समाज के नाम से ट्रस्ट के नाम से  सस्था   बन गई ।जो समाजहित में प्रशंसनीय कार्य कर रही है। जालोर सिरोही .पाली .बाडमेर व गुजरात  समेत अनेक जिलों के मोयला समाज के  लोग जुडे हुये है ।आइयें एक नजर डालते है कि आज के दिन समाजहित में abmsss नें क्या प्रशंसनीय कार्य किया है। इस दुनिया में अपने लिए तो हर कोई इंसान जीता है, लेकिन जो जरूरतमंदों और समाज के पिछड़े लोगों के लिए कुछ कर गुजरने का जोश व जनून रखता है वो ही समाज का सच्चा हमदर्द कहलाता है। इस बात को साबित कर दिखाया है अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट व सोशल मीडिया ग्रुप के सदस्यों ने। ट्रस्ट के सदस्यों ने सोशल मीडिया से जानकारी मिलने के बाद एक ऐसे परिवार की चौखट पर पहुंचकर आर्थिक इमदाद दी, जिनका बुढ़ापे का सहारा और इकलौते बेटे का कुछ ही दिनों पहले इंतकाल हो गया था। समाज के जरूरतमंदों के लिये पेंशन शुरू अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस...

अगली बार कोई आपको अपनी समस्या बतायेे और आप को लगे कि ये मेरी समस्या नहीं है, तो रुकिए और दुबारा सोचिये।(abmsss)

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एक *चूहा* एक कसाई के घर में बिल बना कर रहता था। एक दिन *चूहे* ने देखा कि उस कसाई और उसकी पत्नी एक थैले से कुछ निकाल रहे हैं। चूहे ने सोचा कि शायद कुछ खाने का सामान है। उत्सुकतावश देखने पर उसने पाया कि वो एक *चूहेदानी* थी। ख़तरा भाँपने पर उस ने पिछवाड़े में जा कर *कबूतर* को यह बात बताई कि घर में चूहेदानी आ गयी है। कबूतर ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि मुझे क्या? मुझे कौनसा उस में फँसना है? निराश चूहा ये बात *मुर्गे* को बताने गया। मुर्गे ने खिल्ली उड़ाते हुए कहा… जा भाई.. ये मेरी समस्या नहीं है। हताश चूहे ने बाड़े में जा कर *बकरे* को ये बात बताई… और बकरा हँसते हँसते लोटपोट होने लगा। उसी रात चूहेदानी में खटाक की आवाज़ हुई, जिस में एक ज़हरीला *साँप* फँस गया था। अँधेरे में उसकी पूँछ को चूहा समझ कर उस कसाई की पत्नी ने उसे निकाला और साँप ने उसे डस लिया। तबीयत बिगड़ने पर उस व्यक्ति ने हकीम को बुलवाया। हकीम ने उसे *कबूतर* का सूप पिलाने की सलाह दी। कबूतर अब पतीले में उबल रहा था। खबर सुनकर उस कसाई के कई रिश्तेदार मिलने आ पहुँचे जिनके भोजन प्रबंध हेतु अगले दिन उसी *मुर्गे* को क...

Abmsss ने रचा नया इतिहास दी 51,000 की ईमदाद

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अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट द्वारा एेतिहासिक कार्य अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति से जुड़े सभी भाइयों , गिनातो , और मेरे अज़ीज़ साथियों का तहेदिल से बहुत  बहुत शुक्रिया । ख़ास करके वो भाई जो समाज की शान , युवा आएकॉन है   जो लगातार तीन सालों से समाज के हर मजबूर तबक़े की मदद कर रहे है , चाहे वो आंध्रा से जुड़े व्यापारी वर्ग हो , या बॉम्बे से हो , चाहे वो कर्नाटक से जुड़े हो या तेलंगाना से , चाहे वो राजस्थान से जुड़े हो या किसी और राज्य से उन सभी भाइयों का दिल की गहराईयों से बहुत बहुत शुक्रिया नोट:- आप भी ट्रस्ट के इस पुण्य कार्य में जकात के रूप में ईमदाद राशि में सहयोग  देकर सवाबे दारैन हासिल कर सकते है तथा अपने पैसो का उचित उपयोग भी कर सकते है ।तो देर किस बात की जनाब आज ही ट्रस्ट से जुड़िये और नेक काम मे हिस्सा लें।  अखिल भारतीय मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट ने पाली जिले के जेतारण तहसील में किसी जरूरतमंद भाई के हाथ का बड़ा ऑपेरशन करवाने के लिये समाज की तरफ से 51000रुपये इलाज के लिये दिये , आज या कल में वो अपना ऑपरेशन करवाने जायेगा , लम्बे समय से ...

एजुकेशन_फॉर मोयला समाज हम लोग कब होश में आयेंगे ?कब आयेंगे

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 एजुकेशन_फॉर मोयला समाज *समाज   के  कमजोर होने की सज़ा* पहले तालीम से *तुम मोड़ दिए जाओगे* फिर किसी *जुर्म से जोड़* दिए जाओगे. हाथ से *हाथ की जंजीर बना कर निकलो* वर्ना *धागे की तरह तोड़* दिए जाओगे         *हम लोग कब होश में आयेंगे ?                     * कब आयेंगे ???* *‘अल्लाह किसी कौम की हालत को उस वक्त*      *तक नहीं बदलता जब तक कि वह कौम खुद* *अपनी हालत को न बदले।’ (अल राद-11)*  || सिर्फ *दुआ के भरोसे* मत बेठो दुआ के साथ *"""दवा """भी करो....* वरना *अगला नम्बर हम का है* ........... *हमारा  क्या है.............. ??* *पुलिस* *वक़ील*  *जज*  *डॉक्टर..........* *मीडिया समूह*???* *कोई भी नहीं।।* *न्याय प्रक्रिया में तेजी समाज के लोगों  के वकील और जज बनने से ही आ सकती है |* *I लोगों को आतंकवादी बता कर झूटी मुठभेड़ों में मारा जाता है* *और यह तब ही रुक सकता* *जब आप पढ़ लिख कर खुद पुलिस और सेना में जाओ* | *याद रखो हम  लो...