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सितंबर, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जागो जागो मोयला समाज के लोगो जागो,अब भी मौका है़ जनाब तो देर किस बात की

मोयला समाज के भाइयों जागो ! समय करवट ले रहा हैं । साहब आज मै मेरे गांव के आस -पास के गांवो का ब्यौरा दे रहा हू । जनाब मेरे गांव के आस पास कुछ जैनी लोग रहते थे जिसमे जीवाना , मेंगलवा , बागोडा , भीनमाल , सायला  और बहुत सारे गांव हैं जिनमे जैन समाज के लोग रहते । ये लोग लगभग 20-30साल पहले गांव छोड़कर बिज़्नेस के लिये साउथ यानी बेंगलोर , आन्ध्रा , चेन्नई , तमिलनाड़ , केरला चले जाते हैं और अपना बिज़्नेस शुरू करतें हैं । जिसमे ये लोग वहा के बाजार पर पूरा कब्जा कर लेते हैं । आज ये लोग भारत के अलावा विदेशो मे भी अपना वर्चस्व बना रखा हैं , अगर ये लोग भारत मे भी हैं तो बड़े बड़े व्यापारी हैं । आज इनकी हवेलिया सुनी पड़ी हैं , जब मै जीवाना पढ़ता था तो ये लोग अपनी हवेली बिना किराया लिये हमे देते थे केवल उसमे हमे सफाई करनी पड़ती थी । अब साहब आगे क्या होता हैं की राजस्थान के जालोर , पाली , सिरोही , बाड़मेर  जिले से ,  दूसरी कौम के लोगो क़ो   ये जैन लोग अपने यहा नौकरी पर रखते थे । दूसरी कौम मे भेड़ बकरिया चराने वाले , और जो खेती का काम करतें थे, लेकिन निरंतर अकाल और रोजी र...

ईस्लाम और विज्ञान तथा मेरा अशिक्षित समाज

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माफी चाहता हू , लेकिन कल जिस तरह से मोहरम और रोजे पर मेसेज आ रहे है उसको देखकर हमें कुछ लिखना पड़ रहा है , हमने भी रात में दो घंटे दावतें इस्लाम की एक बूक को पढ़ा जिसका शीर्षक था इस्लाम और विज्ञान । समय मिले तो जरूर पढ़िये साहब और गलती हो तो माफ कीजिये । ग्रूप admin की जानिब से 👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇 साहब मोहरम की 9.10तारीख का रोजा रखने पर 2साल का सवाब मिलता है और जो किसी दूसरे को बताता है उसे 80साल कें इबादत का सवाब मिलता है ये मेसेज कल अखिल भारतीय़ मोयला समाजसेवा समिति ट्रस्ट कें लगभग सभी ग्रूप में आया । मैं ऐसे मेसेज भेजने वालों को इस प्लेटफार्म कें द्वारा कहना चाहते है की आप तालीम हासिल करो , तालीम है तो तारीखें इस्लाम को पढो, रसूल की जिंदगी पढो , कुरआन पाक पढो और उसका तर्जुमा को समझो । आज बहुत सारी इस्लामी  किताबें है जो नेट से हम डाउनलोड कर सकते है । जब भी वक़्त मिलता है तो उन इसलामी किताबों को पढो । घर में मदनी चेनल लगाओ , बहुत जानकारी मिलेगी साहब ये भी लेख मुझे acha लगा तो मेंने share कर दिया , लेख थोड़ा लम्बा है लेकिन वक़्त मिलता है तो पढ़ना जरूर इतिहास में दफ़्न वो दो मख़सूस...

खुद़ा की नज़र मे अच्छा इन्सान वो है जो खुद के साथ-साथ समाज के परेशान हाल और बीमार लोगों की मदद करें।

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अस्लामोअलेयकुम,    ABMSSS ट्रस्ट लगातार प्रगति की और अग्रसर ...   🙏मेरी सोच🙏    इंसान जीता है,पैसा कमाता है,खाना खाता है और अंत में मर भी जाता है !   जीता इसलिए है ताकि कमा सके,कमाता इसलिए है ताकि खा सके और खाता इसलिए है कि जिन्दा रह सके! लेकिन फिर भी मर जाता है,अगर सिर्फ मरने के डर से ही खाता है तो जन्म लेना ही बेकार है,और सही में अगर मरने के डर से ही खाता है तो अभी समय रहते मरना अच्छा है,मामला भी खत्म और मेहनत भी बच जाएगी।   बेशक,मरना तो एक दिन सबको है(कुल्लू नफ्सिऩ  जाय़कतुल़ मौत)क़ोई भी दिन अपनी जिंदगी का आखरी दिन हो सकता है तो क्यों न समाज के लिए भी जिया जाए इसलिए एक उद्देश्य बनाये किसी भी तरह की मजबुरी,परेशान हाल और गुलामी की जंजीरों मे जकड़े समाज को आजाद कराये!     अपना और अपने बच्चों का पेट तो एक पक्षी और जानवर भी भर लेता है तो अपनेपन से ऊपर उठकर जियो।   खुद़ा की नज़र मे अच्छा इन्सान वो है जो खुद के साथ-साथ समाज के परेशान हाल और बीमार लोगों की मदद करें।तो अभी भी समय रहते संभल जाए और समाज हितैषी कार्य भी करे।...

बात तो सोचने वाली तो आइये मोयला समाज के बारे में विचार करें

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एक बार कुत्ते और गधे में शर्त लगी कि जो दौड़ कर पहले पहुचेगा वो सत्ता के सिंहासन पर बैठकर राज़ करेगा.... दौड़ शुरु हुई.... कुत्ता खुश था.... उसने सोचा वो तो तेज़ दोडता है.... गधे को तो यूँ ही हरा देगा.... पर उसे क्या मालूम था की हर एक मुहल्ले चौक पर बहुत से कुत्ते हैं और वो उसे आगे जाने ही नही देगे.... हुआ भी ऐसा ही..... हर चौक पर स्थानीय कुत्तों ने उस पर जानलेवा हमला किया.... वो बहुत से कुत्तों से लड़ता हुआ जैसे तैसे पहुंच गया.... लेकिन वहाँ जाकर देखा कि गधा सत्ता के सिंहासन पर बैठकर राज कर रहा है..... हताश घायल कुत्ता बोला.... काश मेरी ही बिरादरी वाले मुझसे लड़े न होते तो..? ये गधा इस सिंहासन तक कभी नही पहुंच पाता.... जरा सोचिए गलती कहाँ हो रही है. उदाहरण जानवरों का जरूर हैं पर बात तो इंसानों के लिये सोचने वाली हैं !! तो आइये समाज को एकजुट करे व आधुनिक प्रतिस्पर्धा युग में मोयला समाज को गौरवशाली,वैभवशाली व उन्नतीशील बनाने में अपना अमुल्य योगदान देवें तथा प्रत्येक व्यक्ति की हौसला अफजाई करें जिससे वो समाज का नाम रोशन कर सकें। मेरा समाज मेरा गौरव के तहत आपके य...

यदि आपकी समाज शिक्षित होगी तो आप कोई भी बदलाव क्षण भर में कर सकते है। अन्यथा ?..

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 शिक्षा समाज के व्यक्तियों को इस योग्य बनाती है कि वह समाज में व्याप्त समस्याओं, कुरीतियों गलत परम्पराओं के प्रति सचेत होकर उसकी आलोचना करते है, और धीरे-धीरे समाज में परिवर्तन हेाता जाता है। शिक्षा समाज के प्रति लेागों को जागरूक बनाते हुये उसमें प्रगति का आधार बनाती है। जैसे शिक्षा पूर्व में वर्ग विशेष का अधिकार थी जिससे कि समाज का रूप व स्तर अलग तरीके का या अत्यधिक धार्मिक कट्टरता, रूढिवादिता एवं भेदभाव या कालान्तर में शिक्षा समाज के सभी वर्गों के लिये अनिवार्य बनी जिससे कि स्वतंत्रता के पश्चात् सामाजिक प्रगति एवं सुधार स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है। डयूवी ने लिखा है कि- शिक्षा में अनिश्चितता और अल्पतम साधनों द्वारा सामाजिक और संस्थागत उद्देश्यों के साथ-साथ, समाज के कल्याण, प्रगति और सुधार में रूचि का दूषित होना पाया जाता है। . शिक्षा और सामाजिक नियंत्रण - शिक्षा समाज का स्वरूप बदलकर उस पर नियंत्रण भी करती है अभिप्राय यह है कि व्यक्ति का दृष्टिकोण एवं उसके क्रियाकलाप समाज को गतिशील रखते हैं। शिक्षा व्यक्ति के दृष्टिकोण में परिवर्तन कर उसके क्रियाकलापों में परिवर्तन कर समूह मन का...

आओ सामुहिक विवाह का आगाज करे,समाज को मजबुत बनायैं।

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l। ।🙏🙏अपील सामूहिक विवाह को बढ़ावा 🙏🙏🙏🙏 ॥ ॥  एक उदास सेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कराहट आ जाये , और अगर उसकी वजह तुम हो तो समझ लेना इस दुनियां का सबसे धनवान इंसान आप ही हो , आप ही हो । आप ही हो ॥ ॥ साहब मैं  तो कहना  चाहूंगा की अपनी समाज में हर जरूरतमंदों की मदद की जाये , क्योंकि अगर आप  समाज कें जरूरतमंदों कें जीवन में खुशियां बातोन्गे,  तो वहीं खुशियां आपके जीवन में multiply होकर आयेगी । जनाब कुदरत इतनी मेहरबान हैं हम पर,  की जब हम किसी को कुछ देते हैं तो उससे कहीं गुना बढ़कर वापिस आता हैं । साहब कल  मैं दावतें इस्लाम की एक किताब पढ़ रहा था , तो उसमें बहुत ही acchi बात  लिखी  थी  , की इस दुनियां में कोई भी भाई दुखी हैं तो आप लम्बे समय तक खुश नहीं रह सकते , अगर आप औरों की जिंदगी में खुशिया बातोन्गे तो तुम्हारे जीवन में अपने आप खुशियां आयेगी ।। सर - जो आप काम करते हो समाज कें लिये ,और आपको पता हैं   ये दुनियां गोल हैं जो काम किया हैं उसका फल जरूर मिलता हैं । साहब आपका intension कितना भी बढ़िया क्यों ना हो ,ये दुनियां स...

समाज कें भाइयों तालीम की और बढ़ो

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✍✍✍समाज कें भाइयों तालीम की और बढ़ो 🙏🙏🙏 समाज का  कोई भी छात्र -छात्रा आर्थिक तंगी की वजह से अगर स्कूल जाना बंद कर रहे हैं ,तो हमारे समाज कें लिये बहुत ही दुखद और अफ़सोस की बात हैं । क्योंकि किसी भी कौम का तालीम कें बिना विकास नहीं होगा । कहा जाता हैं की तालीम कें लिये अगर चीन(मक्का मदीना से चीन बहुत दूर था और वहा से आवागमन कें साधनों का उस जमाने में बहुत अभाव था ) जाना पड़े तो भी जाये लेकिन तालीम हासिल करो । मेरे अखिल भारतीय़ मोयला समाज सेवा समिति ट्रस्ट से जुड़े अज़ीज़ मित्रों , साथियों , गिनायतो , और बुजुर्गो हमको मालूम हैं की इस दुनियां से हमें मुकाबला करना हैं , इस जमाने से अगर मुकाबला करना हैं तो हमें तालीम हासिल करनी पड़ेगी । तालीम कें बिना हम छोटे छोटे काम कर सकते हैं लेकिन बड़े काम नहीं कर सकते हैं । एक जमाना था जब हम बहुत ही परचम पर थे , दुनियां मुसलमान का अदब करती थी , 1100साल तक हिंदुस्तान में राज करने वाली कौम का ये हाल जो हुआ हैं वो तालीम की कमी की वजह से हुआ हैं । साहब आज अगर हमारी मोयला समाज को आगे ले जाना हैं तो हमें हर ज़रूरतमंद की मदद करनी पड़ेगी ।हर समाज कें भाई...